कर्ज़ से मुक्ति के अचूक उपाय – ज्योतिष और धर्मशास्त्र के अनुसार
आज के समय में कर्ज़ (ऋण) एक सामान्य लेकिन मानसिक रूप से भारी समस्या बन चुका है। कई बार व्यक्ति मेहनत करता है लेकिन धन टिकता नहीं, कर्ज़ बढ़ता ही जाता है।
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कर्ज़ से मुक्ति के अचूक उपाय |
क्या आपने कभी सोचा है कि इसका कारण सिर्फ आर्थिक नहीं बल्कि ज्योतिषीय और कर्मिक भी हो सकता है?
इस लेख में हम बताएंगे — कर्ज़ से मुक्ति पाने के प्रभावशाली और शास्त्रसम्मत उपाय।
🔍 कर्ज़ क्यों बढ़ता है? (ज्योतिष दृष्टिकोण)
जन्म कुंडली में शनि, राहु या मंगल का अशुभ स्थानों (6th, 8th, 12th भाव) में स्थित होना
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ऋण योग का निर्माण – विशेषकर जब 6वें भाव पर पाप ग्रहों की दृष्टि हो
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चंद्रमा कमजोर होने पर मानसिक चिंता और ग़लत आर्थिक निर्णय
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महादशा-अंतर्दशा में ऋण-दायक ग्रहों का प्रभाव
🧘♂️ कर्ज़ से मुक्ति पाने के 7 प्रभावशाली उपाय:
✅ 1. ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ
✅ 2. शनिवार को पीपल पूजा
मंत्र:
"ॐ शनैश्चराय नमः" – 108 बार जप करें।
✅ 3. कर्ज़ मुक्ति मंत्र
"ॐ ऋणमुक्तेश्वराय नमः"
(यह मंत्र विशेष रूप से कर्ज़ से मुक्ति दिलाने वाला है)
✅ 4. हनुमान जी की उपासना
हनुमान जी बाधाओं और ऋण योगों को नष्ट करते हैं।
✅ 5. चावल, गुड़, और तिल का दान
शनि दोष शमन होता है और आर्थिक स्थिति सुधरती है।
✅ 6. घर में उत्तर दिशा साफ रखें
✅ 7. सही समय पर निर्णय लें (मुहूर्त)
कोई भी बड़ा वित्तीय निर्णय लेने से पहले शुभ मुहूर्त देखें। अशुभ समय में लिया गया क़र्ज़, वर्षों तक पीछा नहीं छोड़ता।
✍️ निष्कर्ष:
यदि आपकी कुंडली में ऋण योग मौजूद है, तो ये उपाय निश्चित रूप से लाभकारी होंगे।
"ज्योतिष का दिव्य ज्ञान, आपके कर्मों का समाधान!"
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